SBI Loan : होम लोन पर ब्याज दरों में पहले से ज्यादा बढ़ोतरी हो चुकी है। इसकी वजह आरबीआई (भारतीय रिजर्व बैंक) द्वारा कई बार रेपो रेट में संशोधन किया जाना है। रेपो रेट वह दर होती है जिस पर बैंकें अपनी दरों में ऋण देती हैं या ऋण लेती हैं। इस प्रक्रिया के माध्यम से आरबीआई अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने का प्रयास करती है। बढ़ते या घटते रेपो रेट बैंकों के ब्याज दरों पर सीधा प्रभाव डालते हैं। इस कारण, होम लोन का ब्याज दर भी पहले की तुलना में अधिक हो गया है। बैंकों द्वारा निर्धारित ब्याज दरों में वृद्धि के कारण, ग्राहकों को अधिक ब्याज का भुगतान करना पड़ रहा है। यह प्रभाव प्रमुखतः आर्थिक उपयोगकर्ताओं को महसूस हो रहा है, खासकर जब वे नए होम लोन की अवधारणा पर विचार कर रहे हैं।
इस ब्याज दरों में वृद्धि के बाद, सरकारी सेक्टर के सबसे बड़े बैंक, यानी एसबीआई (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया), एक नई योजना की शुरुआत पर विचार कर रहा है। इस योजना का मकसद अपने होम लोन ग्राहकों को सस्ते ब्याज दर पर ऋण प्रदान करके उनकी भारतीय आवास निगम के लिए घर की खरीद पर प्रोत्साहित करना है। इसका प्रभाव होम लोन उद्योग में स्थिरता और वित्तीय सुरक्षा को बढ़ाने की कोशिश होगी।
SBI Loan: लोन पर छूट को लेकर नया अपडेट देखें
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) जिस योजना को शुरू करने पर विचार कर रही है। जिसके तहत उधारकर्ताओं को ग्रीन हाउसिंग परियोजनाओं में इकाइयां खरीदने के लिए इंसेंटिव प्रदान किया जाएगा। यह योजना पहले से ही मौजूद एक होम लोन योजना को फिर से शुरू करने का प्रयास है, जो साल 2018 में समाप्त कर दी गई थी। मिंट रिपोर्ट के मुताबिक, इस योजना के तहत स्टेट बैंक ऑफ इंडिया उधारकर्ताओं को 10-25 आधार अंक (बीपीएस) की छूट प्रदान करेगी, जो बैंक ब्याज दरों पर लागू होगी।
वित्तीय वर्ष 2009-10 में, कर्जदाता ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में एक खुलासा किया था। उस रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ने ‘एसबीआई ग्रीन होम’ पहल की शुरुआत की थी, जिसका उद्देश्य पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा देने के लिए डेवलपर्स को प्रोत्साहित करना था। इस पहल के माध्यम से, बैंक ने पर्यावरण के अनुकूल आवासीय परियोजनाओं के निर्माण को समर्थन दिया।
बैंक के अनुसार, यह प्रस्तावित योजना बिल्डरों के पर्यावरण, सामाजिक और कॉर्पोरेट गवर्नेंस या ईएसजी (वातावरणीय, सामाजिक, और कॉर्पोरेट गवर्नेंस) के मानकों का मूल्यांकन करने का एक हिस्सा थी। इसके साथ ही, होमबायर्स को सस्ते ऋण की पेशकश भी की जाती थी। आम ग्राहकों के लिए, वर्तमान में 9.15 फीसदी पर स्थापित बाहरी बेंचमार्क आधारित ऋण दर पर छूट उपलब्ध होगी।
फरवरी में SBI ने एक सिंडिकेटेड सोशल लोन के रूप में 1 बिलियन डॉलर का वित्तीय संकल्प पूरा किया, जिसमें 500 मिलियन डॉलर के बेस राशि और अगले 500 मिलियन डॉलर के ग्रीन शू विकल्प शामिल थे. यह सोशल लोन उत्पाद एक ग्रीन होम लोन योजना को बहुतायत बढ़ती मांग के प्रतिक्रिया के साथ प्रस्तुत किया गया था.