Business Ideas : अगर आप कम लागत के साथ कोई काम शुरू करना चाहते हैं तो यह लेख आपके कम आएगा यहाँ हम आपको एक ऐसे बिजनेस के बारे में जानकारी दे रहे हैं जो, हर मौसम चलेगा फिर गर्मी हो या शर्दी इसके साथ डिमांड के रूप में बच्चे से लेकर बूढ़े स्वास्थ्य से लेकर मरीज हर व्यक्ति को इसकी आवश्यकता है। इन सब के साथ ही कमाई के मामले में भी ये बिजनेस किसी से कम नहीं है बिजनेस क्या है कैसे शुरू करना है और लागत मुनाफा कितना रहेगा सब विस्तार से बताते हैं।
Business Ideas: इस बिजनेस से 1.6 लाख कमाए
खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन (KVIC) द्वारा तैयार की गई प्रधानमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अंतर्गत, दलिया बनाने की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लगाने के लिए एक विशिष्ट प्रोजेक्ट रिपोर्ट प्रस्तुत की गई है। इस रिपोर्ट के अनुसार, दलिया निर्माण व्यवसाय को स्थापित करने हेतु, उद्यमी के पास स्वयं की या किराये पर ली गई जमीन होना अनिवार्य है। इस व्यवसाय को आरंभ करने के लिए, एक 500 वर्ग फुट की बिल्डिंग शेड का निर्माण करने पर अनुमानित रूप से 1 लाख रुपये की लागत आएगी।
इसके अतिरिक्त, आवश्यक इक्विपमेंट की खरीद पर भी लगभग 1 लाख रुपये का व्यय अनुमानित है। व्यवसाय के संचालन हेतु आवश्यक वर्किंग कैपिटल के रूप में 40,000 रुपये की जरूरत होगी। इस प्रकार, कुल प्रोजेक्ट की लागत 2,40,000 रुपये के आसपास आंकी गई है। यदि उद्यमी के पास इस व्यवसाय को प्रारंभ करने के लिए पर्याप्त धनराशि नहीं है, तो वे पीएम मुद्रा योजना (PM Mudra Yojana) के माध्यम से आवश्यक लोन प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना से लाभ उठाकर, उद्यमी न केवल अपना व्यवसाय स्थापित कर सकते हैं, बल्कि स्थानीय रोजगार सृजन में भी योगदान कर सकते हैं।
दलिया बनाने की प्रोसेस
दलिया बनाने की प्रक्रिया प्राचीन और प्राकृतिक तरीकों से जुड़ी है। सबसे पहले, चुने गए गेहूं के दानों को ध्यानपूर्वक साफ किया जाता है, जिससे किसी भी प्रकार के अशुद्धियों या अनावश्यक कणों से मुक्ति मिलती है। इसके बाद, इन दानों को ताजा और साफ पानी में अच्छी तरह धोया जाता है। धोने की इस प्रक्रिया में, दाने अधिक स्वच्छ और ताजा हो जाते हैं।
धोने के उपरांत, गेहूं को पानी में 5 से 6 घंटे तक भिगोकर रखा जाता है। इस समयावधि में दाने नरम हो जाते हैं और उनका आकार भी बढ़ जाता है। इस प्रक्रिया को ‘अंकुरण’ कहते हैं, जिसमें दाने में स्थित पोषक तत्व सक्रिय हो जाते हैं। अंकुरण के बाद, गेहूं को प्राकृतिक सूरज की रोशनी में सुखाया जाता है। इस धूप सुखाने की प्रक्रिया में दाने क्रिस्पी और शुष्क हो जाते हैं, जिससे वे पीसने के लिए तैयार हो जाते हैं। अंतिम चरण में, इन सूखे हुए गेहूं के दानों को आटे की चक्की में पीसा जाता है, जिससे दलिया का निर्माण होता है।
होने वाली कमाई
कमाई पर ध्यानदें तो, प्रोजेक्ट रिपोर्ट के अनुसार, यदि आप पूरी 100 प्रतिशत क्षमता से काम करते हैं, तो आपका सालाना उत्पादन 600 क्विंटल तक पहुँच सकता है। इस उत्पादन की बाजार मूल्य 1,200 रुपये प्रति क्विंटल होने से इसका कुल मूल्य लगभग 7,19,000 रुपये होता है। इस उत्पादन को बेचने की अनुमानित लागत 8,50,000 रुपये होगी, जिससे कुल ग्रॉस सरप्लस, यानी कुल लाभ, 1,31,000 रुपये होता है। विभिन्न खर्चों और अन्य लागतों को घटाने के बाद, अनुमानित नेट सरप्लस, यानी शुद्ध लाभ, लगभग 1,16,000 लाख रुपये होता है, जो कि आपकी सालाना आय है। हालांकि समय के साथ आपकी उत्पादन क्षमता और कमाई दोनों बढ़ेंगी। इसके अलावा ऐसे और बिजनेस आईडिया के लिए अभी हमारे व्हाट्सएप चैनल को जॉइन करें।