Google Loan : गूगल की मोबाइल पेमेंट सर्विस, गूगल पे (Google Pay), ने व्यापारियों के लिए एक नई सुविधा पेश की है, जिससे वे आसानी से क्रेडिट लाइन प्राप्त कर सकेंगे। इस नई पहल का एलान गुरुवार को हुआ, जब कंपनी ने भारतीय फिनटेक स्टार्टअप ePayLater के साथ एक साझेदारी की घोषणा की। इस साझेदारी के माध्यम से, गूगल पे व्यापारियों को सरलता से वित्तीय सहायता प्रदान करने का उद्देश्य रख रहा है। यह साझेदारी व्यापारी ग्राहकों को उनकी कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद करेगी, जिससे उनके व्यवसाय की वृद्धि को सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। इस साझेदारी के अंतर्गत, गूगल पे व्यापारियों को विभिन्न वित्तीय सेवाओं और उत्पादों की पहुंच प्रदान करेगा, जिसमें व्यापारी क्रेडिट लाइन भी शामिल है।
छोटे व्यापारियों को देगा आसानी से लोन शुरू कर पाएंगे काम धंधा
गूगल इंडिया ने भारत में व्यापारियों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए एक नई पहल की घोषणा की है। कंपनी ने बताया कि भारतीय व्यापारिक समुदाय को छोटे लोन की आवश्यकता होती है और उनकी आर्थिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वे गूगल प्ले ऐप पर Sachet Loans की पेशकश करेंगे। इस सुविधा के अंतर्गत, व्यापारी ₹15,000 के अंदर एक छोटे टिकट लोन के लिए आवेदन कर सकेंगे। यह एक सरल और त्वरित लोन प्रक्रिया होगी, जिसमें व्यापारी अपनी आवश्यकताओं के लिए तुरंत वित्तपोषण प्राप्त कर सकेंगे। इस सुविधा के अलावा, यह लोन के भुगतान के लिए आरंभिक शुल्क के रूप में केवल ₹111 की वस्तुस्तिति करेगा, जिससे व्यापारी आसानी से इस योजना का उपयोग कर सकेंगे।
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस, या यूपीआई, एक आधारित भुगतान सिस्टम है जिसका उद्देश्य अनलाइन वितरण और पैमेंट को बेहतर बनाना है। यूपीआई द्वारा क्रेडिट पेशकश के रूप में विभिन्न बैंकों से ऋण प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके माध्यम से बैंकों से क्रेडिट लाइनें प्राप्त करना अब सरल हो गया है। यूपीआई के साथ पीएसपी (Public Sector Banks), एचडीएफसी (HDFC), और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) जैसे बैंकों से लोन प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए आपको उचित क्रेडिट प्रोडक्ट चुनना होगा, और यूपीआई के माध्यम से आवेदन करना होगा। गूगल पे भी क्रेडिट प्रोडक्ट को लेकर उपयुक्त विकल्प प्रदान कर रहा है। इसके माध्यम से आपको आधे से ज्यादा लोगों को वितरित किए जा रहे हैं, विशेष रूप से जिनकी मासिक आय 30,000 रुपये से कम है। इससे उधारकर्ताओं को आसानी से ऋण प्राप्त करने में मदद मिल रही है, और यह अधिकांश टियर 2 शहरों और उनके परिपाटी क्षेत्रों में लोकप्रिय हो रहा है।