अब चैट के दौरान महिला को भेजी हार्ट की इमोजी तो दो साल की जेल के साथ होगा जुर्माना – Tech News

Tech News : सोशल मीडिया के युग में आजकल बातचीत व्यक्तिगतता की प्रमुख शैलियों में से एक बन चुकी है, और मोबाइल फोनों ने इसके और भी अधिक साधन प्रदान किए हैं। व्यक्ति अब अपने भावनाओं को शब्दों के साथ-साथ इमोजी द्वारा भी व्यक्त कर सकते हैं। मुस्कराने, दुखी होने, प्यार या अन्य भावनाओं को इंगित करने के लिए यह उपयुक्त है। हालांकि, कुछ लोग इस तकनीक का दुरुपयोग करते हैं और महिलाओं के साथ चैटिंग के दौरान ‘हार्ट’ वाली इमोजी को अवैध तरीके से उपयोग कर करते हैं। यदि आप भी ऐसा करते हैं तो आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही हो सकती है।

Tech News: इन स्तिथि में होगी सजा और लाखों का जुर्माना

सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों और वॉट्सएप के उपयोग के संदर्भ में, एक रिपोर्ट के अनुसार, यह जानकारी मिली है कि अब महिलाओं या लड़कियों को ‘हार्ट’ वाली इमोजी भेजना आपराधिक कार्रवाई की श्रेणी में रखा गया है। इस प्रकार की क्रिया को ‘अय्याशी’ के रूप में देखा जा सकता है, जिससे समाज में उत्पीड़न और शोषण के मामलों को रोकने का प्रयास है। सऊदी अरब के साइबर क्राइम विशेषज्ञों ने इस पर विचार किया है और उनका कहना है कि व्हाट्सएप पर किसी भी महिला या लड़की को हार्ट इमोजी भेजना उत्पीड़ना माना जाएगा। यदि किसी महिला द्वारा इस पर मामला दर्ज कराया जाता है, तो इसके परिणामस्वरूप उसे जेल और जुर्माने की सजा का सामना करना पड़ सकता है।

इन दो देशों में कानून हुआ लागू

कुवैत के वकील हाया अल सालाही ने बताया है कि उन लोगों को जो इस कानून का उल्लंघन करेंगे और पकड़े जाएंगे, उन्हें दो साल की कारावास का सामना करना हो सकता है। इसके साथ ही, उन्हें 2 हजार कुवैती दीनार का जुर्माना भी भुगतना हो सकता है, जिसका मौजूदा मूल्य लगभग 5.38 लाख भारतीय रुपये होता है।

साथ ही, सऊदी अरब में भी नए कानूनी प्रावधान के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति के पास चैटिंग के दौरान महिला को ‘हार्ट’ इमोजी भेजने का प्रमाण मिलता है, तो उन्हें दो से पांच साल की कारावास की सजा हो सकती है। इसके अलावा, दोषी व्यक्ति को 1 लाख सऊदी रियाल, जो कि लगभग 22 लाख भारतीय रुपये के बराबर होते हैं, का जुर्माना भी चुकाना पड़ सकता है। हालांकि आप ऐसी हरकत बार-बार करते पकड़े जाते हैं तो, जुर्माना की राशि 66 लाख रुपये तक हो सकती है।

इसके अलावा आपको बता दें फिलहाल ये नियम कुवैत और साऊदी अरब जैसे देशों में ही लागू होते हैं। इस करने का मकसद महिलाओं कक सुरक्षा को बड़ाना हैं। क्या ऐसा नियम भारत में भी लागू होना चाहिए कृपया अपनी राय कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top