2000 का नोट बंद होने के बाद 500 के नोट पर आई आरबीआई की बड़ी अपडेट – RBI Alert

RBI Alert : 19 मई 2023 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने निर्धारित किया कि 2000 रुपये के नोटों (Rs 2000 Note) का उपयोग बंद कर दिया जाएगा। इसके पश्चात्, देश के सभी बैंकों में इन नोटों को जमा कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अब RBI की वार्षिक रिपोर्ट में एक और महत्वपूर्ण घोषणा की गई है, जिसके अनुसार 500 रुपये के नोटों के साथ भी समस्या उठी है। जबकि दो हजार रुपये के नोटों को बदलने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया है, लेकिन अब पहले ही इस मीटडाउन की आखिरी तिथि से पहले, 500 रुपये के नोटों के संबंध में समस्या प्रकट हो गई है जिसका सामना केंद्रीय बैंक को करना पड़ेगा। यदि आप भी 500 के नोट से लेनदेन करते हैं तो RBI की महत्वपूर्ण अपडेट जान लें।

RBI Alert: 500 के नोट को लेकर बड़ी आरबीआई के टेंशन

2000 रुपये के गुलाबी नोट बंद होने के बाद अब देश में सबसे बड़ा 500 के नोट रिजर्व बैंक के लिए एक बड़ी समस्या बन रहा है। एक रिपोर्ट सामने आई है जिसके बाद आरबीआई की टेंशन बड़ गई है। रिपोर्ट अनुसार, 500 रुपये के नकली नोट में लगातार वृद्धि हो रही है। 2022-23 में बड़ी संख्या में, लगभग 91,110 नकली नोट पकड़े गए हैं, जो 2021-22 के मुकाबले 14.6% अधिक है। इसके अलावा इससे पहले वर्ष 2020-21 में, 500 के 39,453 नकली नोट पकड़े गए थे, वही 2021-22 में 76,669 500 के नकली नोट पकड़े गए थे। लगातार नकली नोटों की संख्या ने आरबीआई की टेंशन बड़ा दी है।

फेक करेंसी से जुड़े मामलों में, 500 रुपये और 2000 रुपये के नकली नोट हुए बरामद, लेकिन इनकी संख्या में कमी दर्ज की गई है। वित्त वर्ष 2022-23 में, 2000 रुपये के नकली नोटों की संख्या 28 फीसदी घटकर, 9 हजार 806 नोट रह गए। 500 और 2000 रुपये के नोटों के अलावा, 100, 50, 20 और 10 रुपये के भी नकली नोट पकड़े गए हैं। पिछले साल की तुलना में, RBI ने बैंकिंग सेक्टर में पकड़े गए नकली नोटों की कुल संख्या 2 लाख 25000 से अधिक बताई थी, जबकि पिछले साल यह संख्या 2 लाख 30000 थी।

इस वर्ष, 500 रुपये की नकली नोटों के अतिरिक्त, 20 रुपये की नकली नोटों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। 2022-23 में 20 रुपये की जाली नोटों में 8.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। वहीं, 10 रुपये के नक़ली नोटों की संख्या में 11.6 प्रतिशत की, और 100 रुपये के फर्जी नोटों की संख्या में 14.7 प्रतिशत की कमी हुई है। आरबीआई ने नकली नोटों के साथ ही, अपनी वार्षिक रिपोर्ट में नोटों की मुद्रण के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की है। 2022-23 में आरबीआई ने कुल 4,682.80 करोड़ रुपये नोटों की मुद्रण के लिए व्यय किया था, जबकि 2021-22 में मुद्रण की लागत 4,984.80 करोड़ रुपये थी।

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